What is BSc Nursing ? बीएससी नर्सिंग कैसे करें पूरी जानकारी

B.Sc. Nursing (बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग) एक चार वर्षीय स्नातक (undergraduate) स्तर का नर्सिंग कोर्स होता है। यह कोर्स मुख्य रूप से छात्रों को नर्सिंग के क्षेत्र में व्यापक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है।

B.Sc. Nursing का पाठ्यक्रम वैज्ञानिक सिद्धांतों, मेडिकल विज्ञान, सामान्य चिकित्सा विज्ञान, रोगी देखभाल, शल्य चिकित्सा, गर्भावस्था और स्त्री रोग, बच्चों की देखभाल, नर्सिंग एडमिनिस्ट्रेशन, स्वास्थ्य शिक्षा, इत्यादि के साथ मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, इंग्लिश, और कंप्यूटर विज्ञान जैसे विषयों पर आधारित होता है।

B.Sc. Nursing कोर्स में छात्रों को विभिन्न अभ्यास केंद्रों और संचालित अस्पतालों में क्लिनिकल प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है। यह कोर्स छात्रों को गर्भावस्था, प्रसूति, परिचर्या, नवजात शिशु देखभाल, चिकित्सा चिकित्सा, औषधि प्रबंधन, सर्जरी, आपातकालीन चिकित्सा, स्थायी चिकित्सा और रोगी सुरक्षा आदि क्षेत्रों में नर्सिंग के प्रिंसिपल्स और प्रैक्टिस को समझने का अवसर प्रदान करता है।

Table of Content
  • बीएससी नर्सिंग कोर्स क्या है ? (what is Bsc nursing course)
  • बीएससी नर्सिंग फीस ( Bsc Nursing Fees)
  • बीएससी नर्सिंग प्रवेश प्रक्रिया (BSc Nursing Admission Process)
  • Eligibility for BSc Nursing
  • बीएससी नर्सिंग सैलरी (Bsc Nursing Salary)
  • बीएससी नर्सिंग का सिलेबस (Bsc Nursing Syllabus)
  • बीएससी नर्सिंग के लिए सरकारी कॉलेज (Government College for B.Sc Nursing)
  • बीएससी नर्सिंग के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam for B.Sc Nursing)
  • बीएससी नर्सिंग सैलरी (Bsc nursing salary)
  • बीएससी नर्सिंग के बाद क्या करें (What to do after bsc nursing)
  • बीएससी नर्सिंग कोर्स क्यों करें ? (Why do BSc Nursing course)

बीएससी नर्सिंग कोर्स क्या है ? (what is Bsc nursing course)

B.Sc. Nursing (बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग) एक चार वर्षीय स्नातक (undergraduate) कोर्स है जो नर्सिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान करता है। इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को वैज्ञानिक, तकनीकी, और प्रैक्टिकल ज्ञान प्रदान करना है ताकि वे व्यापक रूप से रोगियों की देखभाल कर सकें।

बीएससी नर्सिंग कोर्स में छात्रों को निम्नलिखित मुख्य विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है:

  1. नर्सिंग विज्ञान: इसमें मानव शरीर की संरचना, प्रोसेसेस, और तंत्रों का अध्ययन, स्वास्थ्य और रोगों के मूलभूत सिद्धांत, फार्माकोलॉजी (दवाओं का अध्ययन), और मेडिकल विज्ञान की जानकारी शामिल होती है।
  2. नर्सिंग प्रैक्टिस: इसमें रोगियों की देखभाल, रोगी संबंधी कौशल, चिकित्सा उपकरणों का उपयोग, चिकित्सा आदेशों का पालन, और समस्याओं का समाधान शामिल होता है।
  3. सामान्य चिकित्सा विज्ञान: इसमें रोगों के लक्षण, चिकित्सा निदान, और सामन्य उपचार की जानकारी दी जाती है।
  1. गर्भावस्था और स्त्री रोग: इसमें गर्भावस्था, प्रसूति, स्त्री स्वास्थ्य, और जननांग संबंधी चिकित्सा की जानकारी दी जाती है।
  2. परिचर्या और नवजात शिशु देखभाल: इसमें नवजात शिशु की देखभाल, खिलाना, स्नान कराना, टीकाकरण, और विशेष देखभाल की जानकारी शामिल होती है।

इसके अलावा, बीएससी नर्सिंग कोर्स में क्लिनिकल ट्रेनिंग सेशन, प्रशिक्षण केंद्रों में प्रैक्टिकल कार्य, और अस्पतालों में अनुभव शामिल होता है।

इस कोर्स को पूरा करने के बाद, छात्र नर्सिंग के क्षेत्र में कार्य कर सकते हैं, जैसे कि अस्पतालों, नर्सिंग होम्स, फार्मासियों, कम्यूनिटी सेंटर, और औषधालयों में।

बीएससी नर्सिंग फीस ( Bsc Nursing Fees)

बीएससी नर्सिंग कोर्स की फीस विशेषता से कॉलेज और विश्वविद्यालय के नियमों, स्थान, और कोर्स की दर के आधार पर भिन्न सकती है। इसलिए, फीस की विवरण के लिए आपको अपने इच्छित कॉलेज या विश्वविद्यालय से संपर्क करना चाहिए। वे आपको पूरी जानकारी देंगे, जैसे कि कोर्स की फीस संरचना, प्रवेश परीक्षा शुल्क, संबंधित छात्रवृत्ति योजनाएं आदि।

बीएससी नर्सिंग कोर्स सरकारी और निजी दोनों संस्थानों से किया जा सकता है। सरकारी कॉलेज से नर्सिंग कोर्स करने के लिए हर साल ₹15000 से ₹25000 तक फीस लग सकती है। वहीं प्राइवेट कॉलेज से बीएससी नर्सिंग करने पर हर साल 50000 से ₹100000 तक का खर्च आ सकता है।

प्राइवेट कॉलेज से बीएससी नर्सिंग का पूरा कोर्स करने के लिए कम से कम ₹4 लाख से ₹500000 तक की फीस है। सरकारी कॉलेज से करेंगे तो 80000 से 1.5 लाख रुपए में कोर्स पूरा हो जाएगा।

बीएससी नर्सिंग प्रवेश प्रक्रिया (BSc Nursing Admission Process)

बीएससी नर्सिंग कोर्स में प्रवेश के लिए आमतौर पर निम्नलिखित प्रक्रिया अनुसरण की जाती है, हालांकि इसमें किसी विशिष्ट कॉलेज या विश्वविद्यालय के नियमों और दिशानिर्देशों पर भी निर्भर कर सकता है।

  1. पात्रता मानदंड: सबसे पहले, छात्रों को निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा। इसमें सामान्यतः उच्च माध्यमिक शिक्षा या समकक्ष परीक्षा में विज्ञान विषय में पास होना शामिल हो सकता है। इसके अलावा, छात्रों को कुछ कॉलेजों या विश्वविद्यालयों में निर्धारित ग्रेड या प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होने की आवश्यकता भी हो सकती है।
  2. प्रवेश परीक्षा: कई छात्रों के लिए, बीएससी नर्सिंग कोर्स में प्रवेश के लिए एक प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में छात्रों को विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान, गणित, और अन्य संबंधित विषयों पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। छात्रों को इस परीक्षा में उत्तीर्ण होना होगा उन्हें प्रवेश के लिए योग्यता प्राप्त हो सके।
  3. साक्षात्कार: कुछ कॉलेजों या विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए साक्षात्कार भी आयोजित किया जा सकता है। साक्षात्कार में छात्रों की व्यक्तिगतता, संचार कौशल, और गहन ज्ञान का मूल्यांकन किया जाता है।
  4. दस्तावेज़ों की सत्यापन: चयनित छात्रों को आमतौर पर उनके योग्यता प्रमाण पत्र, पहले के शैक्षिक रिकॉर्ड, और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की सत्यापन करनी होती है।

यह सभी चरण विभिन्न कॉलेजों या विश्वविद्यालयों में थोड़ी भिन्नता दिखा सकती है, इसलिए आपको अपने इच्छित कॉलेज या विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर जाकर अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए या संपर्क करना चाहिए।

Eligibility for BSc Nursing

बीएससी नर्सिंग (BSc Nursing) कोर्स के लिए एलिजिबिलिटी मानदंड आमतौर पर निम्नलिखित होते हैं, हालांकि इसमें कॉलेज और विश्वविद्यालय के नियमों और दिशानिर्देशों पर भी निर्भर कर सकता है।

  1. शैक्षिक योग्यता: सामान्यतः, छात्रों को उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड या समकक्ष संस्था से पास प्रमाण पत्र होना चाहिए। विज्ञान (Physics, Chemistry, Biology) विषयों में पास होना आवश्यक होता है।
  2. उम्र: छात्रों की उम्र सीमा भी निर्धारित की जा सकती है। आमतौर पर, 17 से 35 वर्ष के बीच की उम्र वाले छात्रों को बीएससी नर्सिंग में प्रवेश के लिए योग्य माना जाता है।
  3. प्रवेश परीक्षा: कुछ कॉलेजों या विश्वविद्यालयों में बीएससी नर्सिंग कोर्स में प्रवेश के लिए एक प्रवेश परीक्षा भी हो सकती है। छात्रों को इस परीक्षा में उत्तीर्ण होना होगा ताकि उन्हें प्रवेश के लिए योग्यता प्राप्त हो सके।
  4. अन्य योग्यता: कुछ विश्वविद्यालय या कॉलेज अतिरिक्त योग्यता मांग सकते हैं, जैसे कि विशेष छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए आवेदन करना आदि।

इनमे से कुछ योग्यता मानदंड वार्षिक परीक्षा, प्रवेश प्रक्रिया आदि पर निर्भर कर सकते हैं, इसलिए आपको अपने इच्छित कॉलेज या विश्वविद्यालय के निर्देशों और वेबसाइट से अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

बीएससी नर्सिंग सैलरी (Bsc Nursing Salary)

बीएससी नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद नर्सेस की सैलरी अन्तर्गत कई अनुक्रमणिका और प्रमाणों पर निर्भर करती है, जैसे कि कार्यस्थल, अनुभव, क्षेत्र, स्थान, और सरकारी या निजी सेक्टर में रोल। वेतन संरचना भी देश और क्षेत्र के आधार पर भिन्न हो सकती है।

सामान्यतः, बीएससी नर्सिंग के बाद नर्सेस की सैलरी शुरुआती रूप से मध्यम से ऊचा होती है। भारतीय सरकार में सरकारी नर्सेस की मासिक सैलरी आमतौर पर 25,000 रुपये से 50,000 रुपये के बीच हो सकती है। हालांकि, यह आंकड़ा संघ और राज्य सरकारों द्वारा निर्धारित नर्सिंग स्टाफ के पदों और नौकरी स्तर पर भी भिन्न हो सकता है।

निजी सेक्टर में, नर्सेस की सैलरी का स्तर कार्यस्थल, विभाजित क्षेत्र, अनुभव, और अन्य फैक्टर्स पर निर्भर करेगा। अधिकांश स्वास्थ्य संगठन और निजी अस्पताल एक संघीय मंडल द्वारा निर्धारित वेतनमान अनुसार सैलरी देते हैं, लेकिन इसमें विभिन्नताएं हो सकती है आपके क्षेत्र के वेतन निर्धारण के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप अपने कार्यस्थल या नौकरी प्रदाता से संपर्क कर सकते हैं।

बीएससी नर्सिंग का सिलेबस (Bsc Nursing Syllabus)

बीएससी नर्सिंग (BSc Nursing) का सिलेबस विश्वविद्यालय और कॉलेज के निर्धारित कोर्स संरचना पर आधारित होता है। हालांकि, मैं आपको कुछ मुख्य विषयों के बारे में जानकारी दे सकता हूं, जो आमतौर पर बीएससी नर्सिंग के कोर्स में शामिल होते हैं।

  1. विज्ञान: रसायन विज्ञान, भौतिकी, जीवविज्ञान और मानव शारीरिक विज्ञान के विषयों की अध्ययन पूर्ण किया जाता है।
  2. नर्सिंग तत्व: नर्सिंग की सामान्य तत्व, मानव विकास, नर्सिंग की इतिहास और तथ्यों का अध्ययन किया जाता है।
  3. नर्सिंग प्रक्रिया: रोगी की देखभाल, बीमारियों के विश्लेषण, और उपचार प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है।
  4. सामाजिक विज्ञान: सामाजिक और मनोविज्ञानिक पहलुओं के बारे में ज्ञान प्राप्त किया जाता है, जो रोगियों और परिवार के साथीदारों के साथ संप्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण होता है।
  5. नर्सिंग अनुसंधान: नर्सिंग अनुसंधान और शोध के तत्वों का अध्ययन किया जाता है।
  1. परिचर्या विज्ञान: यह विषय नर्सिंग कर्मियों को स्वास्थ्य संस्थानों में परिचर्या करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है।

यह सिलेबस आपको बीएससी नर्सिंग के लिए एक आम आदर्श है, हालांकि, कॉलेज या विश्वविद्यालय के नियमों और संबंधित पाठ्यक्रम के आधार पर सिलेबस में थोड़े बदलाव हो सकते हैं। इसलिए, आपको अपने चयनित कॉलेज या विश्वविद्यालय की वेबसाइट से अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहिए।

बीएससी नर्सिंग के लिए सरकारी कॉलेज (Government College for B.Sc Nursing)

भारत में बीएससी नर्सिंग के लिए कई सरकारी कॉलेज और संस्थान हैं जो छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। यहां कुछ प्रमुख सरकारी कॉलेज दिए जा रहे हैं जो बीएससी नर्सिंग कोर्स प्रदान करते हैं:

  1. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश
  2. अल्ल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, नई दिल्ली
  3. अर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, दिल्ली
  4. चंडीगढ़ सेना राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, पंजाब
  5. आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, भोपाल, मध्य प्रदेश
  6. आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, जोधपुर, राजस्थान
  7. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अल्लाहाबाद, उत्तर प्रदेश
  8. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लक्नऊ, उत्तर प्रदेश
  9. माउंट करमेल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, बंगलौर, कर्नाटक
  10. लखनऊ यूनिवर्सिटी, लक्नऊ, उत्तर प्रदेश

यह सिर्फ कुछ सरकारी कॉलेजों की सूची है और अन्य भी सरकारी कॉलेज और संस्थान उपलब्ध हो सकते हैं। इन कॉलेजों के लिए प्रवेश प्रक्रिया, पाठ्यक्रम और अन्य विवरणों के बारे में आपको संबंधित कॉलेज या विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

बीएससी नर्सिंग के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam for B.Sc Nursing)

बीएससी नर्सिंग के लिए प्रवेश परीक्षा की व्यवस्था विभिन्न कॉलेज और विश्वविद्यालयों द्वारा की जाती है। प्रवेश परीक्षा का उद्देश्य छात्रों की योग्यता, ज्ञान, और कौशल का मापन करना होता है ताकि वे बीएससी नर्सिंग कोर्स के लिए योग्य हों और उच्च शिक्षा के लिए चयनित हों।

प्रवेश परीक्षा के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आपको अपने चयनित कॉलेज या विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना चाहिए। वहां परीक्षा के पाठ्यक्रम, परीक्षा पैटर्न, पात्रता मानदंड, पंजीकरण फॉर्म की तिथियाँ, और अन्य विवरण उपलब्ध होंगे। प्रवेश परीक्षा आमतौर पर वस्त्रित चयनात्मक प्रश्नों, वस्त्रित उत्तरों, व्याख्यात्मक प्रश्नों, व्याख्यात्मक उत्तरों, सामान्य ज्ञान, विज्ञान, गणित, भाषा और सामान्य संबंधित प्रश्नों के आधार पर आयोजित की जाती है।

आपको परीक्षा की तैयारी के लिए परीक्षा पैटर्न, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों, मॉक टेस्ट आदि का उपयोग करके अच्छी तरह से तैयार होना चाहिए। इसके अलावा, अपनी शिक्षा के बुनियादी अवधारणाओं को समझना और व्याख्यान करना भी महत्वपूर्ण है।

बीएससी नर्सिंग सैलरी (Bsc nursing salary)

बीएससी नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद, नर्सिंग प्रोफेशन में सैलरी का स्तर विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि क्षेत्र, अनुभव, कौशल स्तर, जगह, और संगठन का प्रकार। यहां भारत में बीएससी नर्सिंग के लिए एक औसत सैलरी की अनुमानित रेंज है:

  • नवीनतम वेतनमान: बीएससी नर्स की शुरुआती सैलरी भारत में आमतौर पर 15,000 से 25,000 रुपये प्रतिमाह होती है।
  • अनुभवी नर्स: अनुभवी नर्सों की सैलरी 25,000 से 50,000 रुपये प्रतिमाह तक पहुंच सकती है।
  • वरिष्ठ नर्स: वरिष्ठ नर्सों की सैलरी आमतौर पर 50,000 से 1,00,000 रुपये प्रतिमाह के बीच होती है।
  • सरकारी नर्स: सरकारी नर्सों की सैलरी अपेक्षाकृत बेहतर हो सकती है, और यह अधिकांश मामलों में संघ, राज्य, और स्थानीय सरकारी निकायों के नियमानुसार होती है। सरकारी नर्सों की सैलरी का स्तर विभिन्न पदों और अनुभव के आधार पर बदलता है।

यह सैलरी की रेंज आमतौर पर है और अपेक्षित सैलरी क्षेत्र, अनुभव, और संगठन के आधार पर भिन्न हो सकती है। इसलिए, वास्तविक सैलरी के बारे में अधिक जानकारी के लिए, संबंधित अस्पताल, संगठन, या सरकारी निकाय की नीतियों और मानदंडों को संपर्क करना सुझावित है।

बीएससी नर्सिंग के बाद क्या करें (What to do after bsc nursing)

बीएससी नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद, आपके पास कई विकल्प उपलब्ध हो सकते हैं। यहां कुछ आम विकल्पों की सूची है:

  1. प्रदेशिक नर्सिंग परीक्षा: आप अपनी बीएससी नर्सिंग के बाद प्रदेशिक नर्सिंग परीक्षा (State Nursing Council Examination) देकर नर्सिंग पर्यावरण में अधिक गहराई तक अध्ययन कर सकते हैं। यह आपको विभिन्न नर्सिंग पदों में पंजीकृत होने की अनुमति देता है।
  2. प्रशासनिक पद: आप बीएससी नर्सिंग के बाद नर्सिंग प्रशासनिक पदों पर नौकरी की तलाश कर सकते हैं, जैसे कि अस्पतालों, नर्सिंग होम्स, और स्वास्थ्य संगठनों में प्रशासनिक कार्यकारी या अधिकारी के रूप में।
  3. विशेषता पद: आप अपनी बीएससी नर्सिंग के बाद विशेषता पद के लिए अध्ययन कर सकते हैं, जैसे कि प्रसूति और शिशुरोग, बाल रोग, चिकित्सा-सामाजिक योजना, गेरियाट्रिक नर्सिंग, मानसिक स्वास्थ्य नर्सिंग, या विषम स्त्रोती नर्सिंग आदि।
  4. पढ़ाई जारी रखना: आप अपनी शिक्षा को और आगे बढ़ा सकते हैं और पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग (Post Basic BSc Nursing), मास्टर ऑफ़ साइंस इन नर्सिंग (Master of Science in Nursing), या अन्य नर्सिंग पदवियों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  5. अन्य करियर विकल्प: आप अपने बीएससी नर्सिंग के बाद अन्य स्वास्थ्य संबंधित क्षेत्रों में भी करियर बना सकते हैं, जैसे कि स्वास्थ्य विज्ञान प्रबंधन, जनसंख्या स्वास्थ्य, स्वास्थ्य संचार, या स्वास्थ्य संगठन और नियोजन।

यह सिर्फ कुछ उदाहरण हैं, और आपके इंटरेस्ट, कौशल, और लक्ष्यों के आधार पर आपके पास विभिन्न विकल्प हो सकते हैं। आपको अपने रुचियों और उद्देश्यों के आधार पर संबंधित कोर्स और करियर विकल्पों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञों या करियर काउंसलरों से सलाह लेना उचित होगा।

बीएससी नर्सिंग कोर्स क्यों करें ? (Why do BSc Nursing course)

बीएससी नर्सिंग कोर्स करने के कई महत्वपूर्ण कारण हो सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं:

  1. सेवा का मौका: नर्सिंग कोर्स करके आप समाज की सेवा करने का एक महान मौका प्राप्त करते हैं। नर्स रोगियों और उनके परिजनों की देखभाल करके, उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करके और उनका साथ देकर मानसिक और शारीरिक रूप से उन्हें सहायता प्रदान करते हैं।
  2. स्वास्थ्य सेक्टर में करियर के अवसर: नर्सिंग कोर्स करने से आपको स्वास्थ्य सेक्टर में अच्छे करियर के अवसर मिलते हैं। यह एक बढ़ते हुए क्षेत्र है और नर्सों की मांग भी अधिक है। आप सरकारी अस्पतालों, निजी अस्पतालों, क्लिनिक्स, नर्सिंग होम्स, फर्टिलिटी क्लिनिक्स, और अन्य स्वास्थ्य संगठनों में नर्स के रूप में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
  3. सामरिक अनुभव: बीएससी नर्सिंग कोर्स आपको सामरिक अनुभव भी प्रदान कर सकता है। आप अस्पतालों, चिकित्सालयों, और गांवों में कैंपों में जा सकते हैं और अन्य चिकित्सा टीम के साथ काम करके विभिन्न चिकित्सा कार्यों में सहायता कर सकते हैं।
  1. आद्यात्मिक और मानसिक विकास: नर्सिंग कोर्स करने से आप आद्यात्मिक और मानसिक रूप से विकसित हो सकते हैं। आप संघर्ष करने का मौका प्राप्त करते हैं, समय प्रबंधन करना सीखते हैं, दया और संवेदनशीलता विकसित करते हैं, और मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्थिरता प्राप्त करते हैं।

यह सिर्फ कुछ कारण हैं जो बीएससी नर्सिंग कोर्स करने के पीछे हो सकते हैं। आपके व्यक्तिगत उद्देश्यों, रुचियों और मूल्यों के आधार पर, आपको इस कोर्स को करने का फैसला लेना चाहिए।

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